“पादरी जी अब हर साल वीजा रिन्यू नहीं कराएंगे!” CM ने शाह से मांगी राहत

Lee Chang (North East Expert)
Lee Chang (North East Expert)

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने केंद्र सरकार से एक 80 वर्षीय बुजुर्ग कैथोलिक पादरी को भारतीय नागरिकता या 10 साल का दीर्घकालिक वीजा देने की अपील की है।
पादरी वर्षों से पश्चिम खासी हिल्स जिले के नोंगस्टोइन क्षेत्र में सेवा कर रहे हैं और उनकी पहचान एक समर्पित समाजसेवी और आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में बनी हुई है।

वर्तमान में क्या दिक्कत है पादरी को?

वर्तमान में वे विदेशी नागरिक हैं और उन्हें हर साल वीजा रिन्यू कराना पड़ता है। उनकी नागरिकता की फाइल लंबित है, लेकिन उम्र और लंबे समय से सेवा को देखते हुए मुख्यमंत्री ने मानवीय आधार पर राहत की मांग की।

“गृह मंत्री अमित शाह ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और 10 साल का वीजा देने का आश्वासन भी दिया है।” — कोनराड संगमा

चर्च और समुदाय ने इस कदम का किया स्वागत

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस फैसले से चर्च लीडर्स, आर्चबिशप और अन्य पादरीगण संतुष्ट हैं और उन्होंने सरकार के प्रयास की सराहना की है।

पादरी केवल धार्मिक सेवा में लगे हैं और स्थानीय समाज में उनके योगदान को गहराई से महसूस किया जाता है।

डॉन बॉस्को मिशन की यात्रा पर भी सरकार एक्टिव

संगमा ने डॉन बॉस्को सेल्सियन्स के ग्लोबल हेड — रेक्टर मेजर की आगामी यात्रा को भी सहज बनाने की मांग केंद्र से की है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को सूचित किया गया है, ताकि कोई बाधा न आए

धार्मिक मिशन का प्रभाव:

  • दशकों से मेघालय के शिक्षा और सामाजिक सेवा क्षेत्रों में सक्रिय

  • ग्रामीण और दूरदराज़ क्षेत्रों में स्कूल, हॉस्टल, और हेल्थ सेवा उपलब्ध कराते रहे हैं

सरकारी हस्तक्षेप या सामाजिक कनेक्शन?

यह कदम सरकार द्वारा धार्मिक संस्थाओं को समर्थन देने की उस नीति का हिस्सा है, जो स्थानीय विकास, सेवा और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देती है।

पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह हस्तक्षेप सिर्फ एक पादरी के लिए नहीं, बल्कि राज्य के सामाजिक ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक ठोस कदम है।

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